Posts

Showing posts from July, 2019

ट्रेन से सफर करने वालों के लिए खुशखबरी , 1 जुलाई से बदल गये रेलवे के ये 10 नियम...

Image
प्रेस रिपोर्टर नाज़िया ख़ान 1) वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म हो जाएगा। रेलवे की ओर से चलाई जाने वाली सुविधा ट्रेनों में यात्रियों को कन्फर्म टिकट की सुविधा दी जाएगी। 2) 1 जुलाई से तत्काल टिकट कैंसिल करने पर 50 फीसदी राशी वापस किए जाएंगे। 3) 1 जुलाई से तत्काल टिकट के नियमों में बदलाव हुआ है। सुबह 10 से 11 बजे तक एसी कोच के लिए टिकट बुकिंग होगी जबकि 11 से 12 बजे तक स्लीपर कोच की बुकिंग होगी। 4) 1 जुलाई से राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में पेपरलेस टिकटिंग की सुविधा शुरु हो रही हैं। इस सुविधा के बाद शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में पेपर वाली टिकट नहीं मिलेगी, बल्कि आपके मोबाईल पर टिकट भेजा जाएगा। 5) जल्द ही रेलवे अगल-अगल भाषाओं में टिकटिंग की सुविधा शुरु होने जा रही हैं। अभी तक रेलवे में हिंदी और अंग्रेजी में टिकट मिलती है, लेकिन नई वेबसाइट के बाद अब अलग-अगल भाषाओं में टिकट की बुकिंग की जा सकेगी। 6) रेलवे में टिकट के लिए हमेशा से मारामारी होती रहती है। ऐसे में 1 जुलाई से शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाई जाएगी। 7) भीड़भाड़ के दिनों में रेलगाड़ी में बेहतर सुविधा देने के लिए वैकल्पित

बिजली घर ने चालू की उपाय ऐप : बिजली संबंधी शिकायतों का समाधान अब और आसान

Image
वाजिद खान (प्रदेश सत्ता) बिजली फॉल्ट एवं बिल संबंधी शिकायत दर्ज कराने के लिए टोल फ्री नंबर 1912 और 0755-2551222 के साथ ही मोबाइल एप ‘उपाय (UPAY) पर भी शिकायतें दर्ज होंगी। इस एप से सीधे उपभोक्ता अपनी शिकायत कॉल सेंटर में दर्ज करा सकते हैं। कंपनी के आईटी विभाग द्वारा इस एप के जरिए उपभोक्ताओं को बिजली बिल भुगतान के अलावा विद्युत अवरोध एवं बिलिंग संबंधी शिकायतें दर्ज कराने की सुविधा उपलब्ध कराई है। जानिए... कैसे उपयोग कर सकेंगे एप, क्या होगा फायदा एप : उपाय (UPAY) एप को गूगल प्ले स्टोर से फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप को भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर व चंबल संभाग के बिजली उपभोक्ता उपयोग कर सकेंगे। ऐसे करें उपयोग *एप में उपभोक्ता बिल में दर्ज आईवीआरएस या उपभोक्ता आईडी नंबर सबमिट करेंगे तो उपभोक्ता के कनेक्शन के सभी विवरण स्वतः खुल जाएंगे। यदि बिजली उपभोक्ता की शिकायत अन्य व्यक्ति या अन्य पते की है तो अन्य व्यक्ति को शिकायत दर्ज कराने के लिए एप में अपने मोबादल नंबर को दर्ज करना होगा एवं अपने सभी विवरण दर्ज कराने होंगे जेसै शिकायत के पते हेतु उपभोक्ता को शहर/क्षेत्र/कॉलोनी एवं मकान न

हमारे बीच नही रहे वरिष्ठ पत्रकार चंदा बारगल। अचानक आए हार्ट अटैक के बाद दुनिया छोड़ दी

Image
भोपाल।  अपनी दुनिया अपनी धुन में मस्त रहने वाला जिसको कोई अपने जमाने का कबीर पत्रकार तो कोई मस्त मौला के नाम से जानता था। ऐसा पत्रकार जिसने कभी समझौता नही किया और मुफलिसी में जीकर भी गुजारा कर लिया। ऐसे हरफनमौला पत्रकार की अचानक आज खबर आई कि आज वो नही रहे तो दिल धक से रह गया।  जी हैं मुझे उंगली पकड़ कर, एवं मेरी खबरों से मेरी गलतियो को रोजाना पकड़ कर मुझे पत्रकारिता के क्षेत्र में,लेखनी के गुर सिखाने वाले पत्रकार चंदा बारगल आज हमारे बीच नही रहे। 1980 में नईदुनिया इंदौर से अपनी पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले चंदा बारगल इंदौर में नईदुनिया के बाद स्थानीय केबल चेनल को ज्वाइन किया ओर उसके बाद दैनिक भास्कर में लगातार कार्यरत रहे। जब इंदौर भास्कर का विभाजन हुआ तो भोपाल से शुरू हुए सांध्य दैनिक सातवी दुनिया में भेजे गए जहां से दैनिक भास्कर नागपुर संस्करण में सम्पादकीय कार्य किया।इसके बाद दैनिक नईदुनिया भोपाल ओर दैनिक जागरण में भी रहे। लेकिन सबसे ज्यादा ख्याति प्राप्त की उन्होंने 1993 में प्रसिद्ध राजनीतिक पत्रिका माया में मध्यप्रदेश ब्यूरो बनकर, माया पत्रिका बंद होने के बाद पुनः नागपुर चले गए ले

बजट 2019-20 की पूरी जानकारी विस्तार से। सामन टीवी

Image
भोपाल। कुललविनियोग राशि 233605.89 करोड़ रुपए। शुद्ध व्यय 214085.02 करोड़ का प्रावधान। विनियोग की राशि मे 20% की वृद्धि हुई। पूंजीगत व्यय में 21% कई हुई वृध्दि। कृषि विभाग में 66% की हुई है वृध्दि। जयकिसान योजन के लिए 8 हज़ार करोड़ रुपए का प्रावधान। गेहूं पर बोनस के 1600 करोड़ का प्रावधान। कृषि क्षेत्र में रोजगार के लिए 100 करोड़ का प्रावधान। पेंशन और कन्यादान योजना में बढ़ोतरी कर 2891 करोड़ किया गया। युवा स्वभिमान योजना में 330 करोड़ रुपए का प्रावधान। लैंड मैनेजमेंट ऑथोरिटी बनाए जाने का प्रावधान। राइट टू वाटर के लिए 1 हज़ार करोड़ रुपए का प्रावधान। स्वस्थ सेवाओं के लिए सुषेण संजीविनी योजना लागू की जाएगी। बजट में स्वस्थ के अधिकार को मिली जगह। अनुसूचित जनजाति के लिए 33467 करोड़ का प्रावधान। अनुसूचित जनजाति वित्त निगम के माध्यम से दिए गए 1 लाख तक के ऋण माफ किए जाएंगे। अनुसूचित जनजाति उपयोजन के लिए 22793 करोड़ रुपए का प्रावधान। सड़क निर्माण  एवं सिंचाई योजनाओं के लिए विशेष वित्तीय व्यवस्था। कृषि क्षेत्र को मिला 46559 करोड़ का बजट। जय किसान फसल रिन माफी योजना के लिए 8 हज़ार करोड़ का प्रावधान। प्रधनमंत्री फसल

नि:शुल्क कृत्रिम हाथ शिविर 4 अगस्त 2019 को भोपाल में।

Image
Saamana News Network भोपाल।नि:शुल्क कृत्रिम हाथ शिविर 4 अगस्त 2019 को भोपाल में रोटरी भवन, होटल पलाश के पास,बाण गंगा चोराहा, भोपाल में होने जा रहा है। यह हाथ लगाने एवं निकालने में अत्यंत सहज और मजबूत टिकाऊ एवं बहुउपयोगी है इसमें 10 से 12 किलो का वजन उठाया जा सकता है।  इसकी तीन उंगलियां स्थाई है जबकि दो उंगलियां हिलाई जा सकती हैं इसको लगाकर साइकिल और मोटरसाइकिल भी चलाई जा सकती है इसका वजन मात्र 400 ग्राम है अगर आपको अथवा किसी ऐसे व्यक्ति को मुझे आप जानते हो इस कृत्रिम हाथ की आवश्यकता है उसका विवरण नाम पता मोबाइल नंबर तथा फोटो व्हाट्सएप कर जिसमें हाथ कटा हुआ स्पष्ट दिख रहा है तुरंत संपर्क करें * आवश्यक सूचना इस हाथ को लगाने के लिए कोहनी के नीचे मूल हाथ का कम से कम 4 से 5 इंच का हिस्सा होना जरूरी है। *

नतृयवाटिका’’ ग्रीष्मकाल नृत्य महोत्सव का आयोजन शहीद भवन, भोपाल में किया गया।

Image
 ’’नृत्यवाटिका’’ का आयोजन संपन्न हुआ नटराज परफार्मिंग आर्टस के तत्वाधान में बीती रात 6 बजे से ’’नतृयवाटिका’’ ग्रीष्मकाल नृत्य महोत्सव का आयोजन षहीद भवन, भोपाल में किया गया। जिसमें आयोजन के सहयोगकर्ता यामिनी कल्चर एवं वेलफयर सोसायटी, भोपाल रहे।     कार्यक्रम के अंतर्गत लोकनृत्य, कन्टेवरी, फ्री स्टाइल, फील डांस, पारंपरिक कथन, भरताटयम इत्यादि नृत्यों की प्रस्तुतियाँ बच्चों द्वारा दीं गईं। जो सराहनिय थीं। बहुत महनत से बच्चों को नृत्य प्रषिषण दिया गया। जाॅय वाधवानी ने बहुत परिश्रम से यह आयोजन सफलता पूर्वक किया। ’’नृत्यवाटिका’’ संस्था नटराजन परफार्मिंग आर्टस विगत 5 वर्षाें से कई क्षेत्रों में कार्यरत है। इसमें स्लम एरिया व आर्थिक रूप से पिछड़े निर्धन बच्चों को निःषुल्क षिक्षा तथा उनकी अभिरूचियों (नृत्य, ड्राईंग, ललित कला, नाटक) इत्यादि का प्रषिक्षण दिया जाता है। इस वर्ष भी ग्रीष्म अवकाष मंे स्लम तथा आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों जैसे छोला ,डी.आई.जी.,बंगला, करोंद, इब्राहिमगंज में नृत्य कार्यषाला का आयोजन किया गया है। जिसमंे बच्चों ने उनकी रूचि के अनुसार नृत्यों की वि